सस्ती कीमत पर घर और दुकान खरीदना चाहते हैं तो उठाएं फायदा, दो महीने में 3 बार मिलेगा मौका
IOB Mega E-Auction: सस्ती कीमत पर प्रॉपर्टी की तलाश है तो इंडियन ओवरसीज बैंक के मेगा ई-ऑक्शन में हिस्सा लेकर आप भी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.
IOB Mega E-Auction: अगर आप भी सस्ते घर, दुकान या प्लॉट की तलाश में हैं तो इंतजार खत्म हो गया. देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक आपको दो महीने के अंदर 3 बार ये मौका देगा. आप चाहें तो कम दाम में अपना घर खरीद सकते हैं. दुकान अपने नाम कर सकते हैं. इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) सस्ते दाम पर मकान, दुकान और प्लॉट खरीदने का शानदार ऑफर लेकर आया है. रेजिडेंशियल या कमर्शियल प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए ये बढ़िया ऑप्शन है.
दो महीने में 3 बार मिलेगा मौका
Indian Overseas bank अगले दो महीने में तीन बार मेगा ई-नीलामी करेगा. 23 जुलाई, 17 अगस्त और 15 सितंबर 2021 के दिन मेगा ई-नीलामी (IOB Mega E-Auction) की जाएगी. मेगा ऑक्शन में आप भी हिस्सा लेकर बेहद सस्ते दाम पर घर, दुकान या प्लॉट खरीद सकते हैं.
IOB ने ट्वीट कर मेगा ई-ऑक्शन की जानकारी दी है. IOB के ट्वीट के मुताबिक, 23 जुलाई, 17 अगस्त और 15 सितंबर 2021 को ई-ऑक्शन किया जाएगा. इसमें तीन कैटेगरी रखी गई हैं. घर, दुकान और प्लॉट. प्रॉपर्टी की डिटेल्स बैंक की वेबसाइट iob.in से चेक की जा सकती हैं.
IOB is conducting Mega E-Auction on 23.07.2021, 17.08.2021 & 15.09.2021
— Indian Overseas Bank (@IOBIndia) July 19, 2021
Details of properties available on our website https://t.co/HxjTfQ1x4F ---> Properties Available for Sale#IndianOverseasBank #IOBMegaEAuction pic.twitter.com/AIMnccCsnv
E-Auction में हिस्सा लेने की क्या है जरूरी?
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IOB मेगा ई-ऑक्शन में दी गई संबंधित संपत्ति के लिए EMD यानी अर्नेंस्ट मनी डिपॉजिट, संबंधित बैंक शाखा में ‘KYC डॉक्यूमेंट्स’ दिखाना होता है. नीलामी में शामिल होने वाले शख्स के पास डिजिटल सिग्नेचर होना चाहिए. अगर ऐसा नहीं है तो ई-नीलामीकर्ता या किसी दूसरे अथॉराइज्ड एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं. संबंधित बैंक शाखा में EMD जमा करने और KYC डॉक्यूमेंट्स दिखाने के बाद बोली लगाने वालों के ईमेल आईडी पर ई-नीलामीकर्ता लॉगिन आईडी और पासवर्ड भेजेंगे. नियमों के मुताबिक ई-नीलामी के दिन समय पर लॉग-इन करके बोली लगानी होगी. बोली लगाकर आप भी घर, दुकान या प्लॉट अपने नाम कर सकते हैं.
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क्यों होती है नीलामी?
बैंक ऐसी प्रॉपर्टी की नीलामी करता है, जो उसके पास गिरवी रखी होती है. दरअसल, लोन बांटते वक्त आवासीय संपत्ति या व्यवसायिक संपत्ति को गिरवी रखकर लोन दिया जाता है. लोन लेने वाला अगर डिफॉल्ट करता है या फिर लोन चुकाने में आनाकानी करता है तो उसकी संपत्ति को नीलाम करके बैंक अपनी वसूली करते हैं. मार्केट प्राइस से अलग नीलामी में बोली तय की जाती है. इसके लिए संबंधित बैंक अपनी-अपनी ब्रांच और मीडिया के जरिए इसके विज्ञापन करते हैं.
06:20 PM IST